नीतीश कुमार को JDU विधायक ने ही घेरा, कहा- ‘चेहरा चमकाने के लिए लेते हैं शराबबंदी जैसे फैसले’

Nitish Kumar was surrounded by the JDU MLA, he said, 'take decisions like prohibition to brighten the face'

अपने बयान से सुर्खियों में रहने वाले जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) नेता और हायाघाट से विधायक अमरनाथ गामी ने एकबार फिर अपनी ही सरकार के मुखिया नीतीश कुमार को कठघरे में खड़ा कर दिया है.

मुकेश कुमार, दरभंगा : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपना चेहरा चमकाने के लिए राजनीत करते हैं. बिहार में शराबबंदी फेल है. अब पान मसाला पर प्रतिबंध लगा दिया गया. नौकरी दे नहीं रहे और रोजगार छीन रहे हैं. पूरे राज्य में दो लाख से ज्यादा परिवार बेरोजगार हो जाएंगे. नीतीश कुमार अपना चेहरा चमकाने के लिए इस तरह का काम करते हैं. ये आरोप उनकी ही पार्टी के विधायक अमरनाथी गामी ने लगाए हैं.

अपने बयान से सुर्खियों में रहने वाले जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) नेता और हायाघाट से विधायक अमरनाथ गामी ने एकबार फिर अपनी ही सरकार के मुखिया नीतीश कुमार को कठघरे में खड़ा कर दिया है.

अमरनाथ गामी ने कहा कि बिहार में एकबार फिर सशर्त शराब की बिक्री शुरू हो. इतना ही नहीं उन्होंने नीतीश सरकार को शराबबंदी के फैसले पर पुनर्विचार करने की सलाह भी दी है. पान मसाला और गुटखा के प्रतिबंध पर भी उन्होंने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि इस रोजगार से जुड़े लोगों के रोजगार के लिए सरकार को कोई रास्ता निकालना चाहिए.

उन्होंने कहा कि अगर सरकार रोजगार नहीं दे सकती तो रोजगार छीनने का भी अधिकार नहीं होना चाहिए. जेडीयू विधायक इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने सीएम नीतीश पर आरोप लगाया कि बड़े अवैध लेनदेन में बात नहीं बनने के कारण पान मसाला पर प्रतिबंध लगा दिया गया.

नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए अमरनाथ गामी ने कहा कि सिर्फ अपना चेहरा चमकाने के लिए बिहार में ऐसे फैसले लिए जा रहे हैं. उन्होंने नीतीश कुमार को सलाह देते हुए कहा कि केंद्र सरकार से बात कर प्रतिबंधित चीजों के उत्पादन को बंद किया जाए. तभी कोई बंदी सफल होगी, नहीं तो शराबबंदी जैसे हाल होंगे. पान मसाला की न सिर्फ कालाबजारी बढ़ेगी, बल्कि उसकी गुणवत्ता में भी कमी आएगी.

साथ ही उन्होंने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए बिहार में पुलिस नहीं हैं. ऐसे में शराब, शराबी और पान मसाला बेचने वाले को कैसे पकड़ेगी बिहार पुलिस?

जेडीयू विधायक ने बिहार सरकार को शराबबंदी खत्म कर महगें शराब बेचने की सलाह दी है. उनका कहना है कि शराबबंदी से राजस्व का काफी नुकसान हुआ है. लोग शादी और अन्य परिवारिक महोत्स्व के लिए दूसरे राज्य जा रहे हैं. आज डॉक्टर, इंजीनियर, प्रशासन के बड़े अधिकारी, व्यपारी, जो भी संपन्न लोग हैं 400 का शराब 1200 से 1500 में खरीदकर पी रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसमें गलत क्या है. लोग मन की शांति के लिए शराब पीते हैं. सरकार ने शराबबंदी कर नकली शराब पीने के लिए मजबूर किया है

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News Desk