पाकिस्तान ने अनुच्छेद-370 पर कश्मीर में अशांति फैलाने के मकसद से यह तैयारी की है.
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से बौखलाए पाकिस्तान ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौजवानों का इस्तेमाल हथियार के रूप में करने की प्लानिंग बनाई है. इसी के चलते पाकिस्तानी सेना ने आज (4 अक्टूबर) पीओके के स्थानीय लोगों को नियंत्रण रेखा (LoC) तक मार्च निकालने को कहा है. बड़ी साजिश की आशंका के मद्देनजर भारतीय सेना भी पूरी तरह से तैयार है.
पाकिस्तानी सेना के समर्थन वाले स्थानीय लोगों के मार्च से पहले कहा कि भारतीय सेना ने कहा है कि इस्लामाबाद को नियंत्रण रेखा (LoC) की गरिमा हर हाल में सुनिश्चित करना चाहिए. सूत्रों ने कहा कि भारतीय सेना पाकिस्तानी नेताओं द्वारा नि:शस्त्र लोगों को भड़काए जाने जैसी गतिविधियों से अवगत है.
3-4 हजार युवाओं को दी ट्रेनिंग, अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
पाकिस्तान भारत (India) के खिलाफ एक और नापाक साजिश रच रहा है. सूत्रों के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) बैठक खत्म होने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) एलओसी (Loc) के आस-पास बड़े मानव ढाल को हथियार बना बड़े स्तर पर अराजकता फैलान का प्लान बना रहा है.
एलओसी का उल्लंघन करने के लिए प्रशिक्षित किया
पाकिस्तानी आर्मी ने जमात-उल-हदिस के साथ मिलकर रावलपिंडी (Rawalpindi) में 3-4 हजार युवाओं को अक्टूबर के पहले हफ्ते में एलओसी का उल्लंघन करने के लिए प्रशिक्षित किया है. इन युवाओं में कुछ जेकेएलेएफ (आजादी) के वे युवा भी शामिल हैं जो कि पाक अधिकृत कश्मीर (Pok) में सक्रिय हैं.
इस ट्रेनिंग का उद्देश्य इन युवाओं को अक्टूबर के पहले सप्ताह में एलओसी और बॉर्डर को पार करने के लिए तैयार करना है. बता दें जमात-उल-हदीस हाफिज सईद का ही एक नया संगठन है.
इन युवाओं को एलोसी और सीमाओं की तरफ भेजने के पीछे पाकिस्तान का मकसद यह है कि अगर भारतीय सुरक्षा बल इन युवाओं को निशाना बनाते हैं तो मानवाधिकारों का मुद्दा उठाया जा सके. साथ ही पाकिस्तानी सेना बैट (BAT ) टीमों को भी भेजने की फिराक है. अगर ये युवा एलओसी पार करने में सफल हो जाते हैं तो ये बैट टीमें अपनी कार्रवाइयों को अंजाम दे सके
Source : Zee News