नयी दिल्ली. कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने कहा है कि नये कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया में वह और मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल नहीं होंगे।
पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई कार्य समिति की यहां पार्टी मुख्यालय में चल रही बैठक बीच में छोड़ कर अपने आवास की तरफ निकलते हुए श्रीमती गांधी ने कहा,“हम दोनों इस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकते। मेरे और राहुल गांधी के अध्यक्ष के चुनाव में रहना सही नहीं है इसलिए हम लोग बाहर जा रहे हैं।”
इस बीच कार्य समिति की बैठक में पांच समितियों का गठन किया गया है जो अलग-अलग विचार विमर्श कर पार्टी के नये अध्यक्ष के लिए अपनी राय देंगी।
Sonia Gandhi on leaving from Congress Working Committee meeting: Now consultation(to decide next party chief) is going on and naturally me and Rahul ji cannot be a part of it pic.twitter.com/OcMoztJtuQ
— ANI (@ANI) August 10, 2019
नये अध्यक्ष के चुनाव के लिए कांग्रेस कार्यसमिति ने बनायी पांच समितियां
नये कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्टी की सर्वोच्च नीति-निर्धारक इकाई कार्यसमिति की शनिवार को हुई बैठक में किसी नाम पर सहमति नहीं बन पायी और इसके लिए पांच समितियों का गठन किया गया जो आज रात आठ बजे तक अपनी-अपनी राय देंगी और उसके बाद कार्यसमिति अंतिम निर्णय लेगी।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में कार्यसमिति की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि सभी सदस्यों ने श्री राहुल गांधी से अध्यक्ष पद पर बने रहने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने कहा कि वह अपने इस्तीफे पर अडिग हैं। इसके बाद कार्यसमिति के सदस्यों की पांच समितियां बनायी गयीं जो अलग-अलग विचार-विमर्श कर आज रात आठ बजे तक नये अध्यक्ष के लिए अपनी राय देंगी। इन समितियों की रिपोर्ट मिलने के तुरंत बाद कार्यसमिति की फिर बैठक होगी जिसमें नये अध्यक्ष के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन समितियों में शामिल होने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उनकी मौजूदगी से नये अध्यक्ष के चुनाव की लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। सुरजेवाला ने बताया कि कार्यसमिति की बैठक में ‘संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने’ की भारतीय जनता पार्टी सरकार की कोशिशों पर भी चिंता व्यक्त की गई। बैठक में श्री गांधी ने कहा कि वह देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए अपना संघर्ष निरंतर जारी रखेंगे।