राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अगले साल यानि 2020 में अप्रैल से एक ‘आर्मी’ स्कूल खोलने की तैयारी में है जहां बच्चों को सेना में ऑफिसर बनने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। बता दे यह आरएसएस का पहला आर्मी स्कूल होगा और इसका नाम आरएसएस के सरसंघचालक राजेंद्र सिंह उर्फ रज्जू भैया के नाम पर रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर रखा जाएगा। इस स्कूल को चलाने की ज़िम्मेदारी आरएसएस के एजुकेशन विंग विद्या भारती के हाथों में होगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक स्कूल की स्थापना उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले के शिकारपुर में किया जाएगा। इसी जगह 1922 में रज्जू भैया का जन्म हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बताते चले इस स्कूल का निर्माण तेज़ी शुरू हो चुका है. बता दे ये एक रेजिडेंशियल स्कूल है यानी यहां बच्चों के लिए होस्टल की भी सुविधा भी उपलब्ध कराई जायेगी। अगले साल अप्रैल में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसमें सीबीएसई बोर्ड का सिलेबस पढ़ाया जाएगा जहां क्लास 6 से 12वीं तक के छात्र पढ़ेंगे।
शहीदों के बच्चों के लिए 56 सीटें आरक्षित
गोयल ने हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स को बताया, ‘स्टूडेंट्स के पहले बैच का प्रॉस्पेक्टस लगभग तैयार है अगले महीने से हम आवेदन मंगाना शुरू कर देंगे। पहले बैच के लिए हम 6ठी क्लास में 160 बच्चों को प्रवेश देंगे। इनमें से 56 सीटें शहीद सैनिकों के बच्चों के लिए रिजर्व होंगी।’ बताया जा रहा है कि सितंबर में रिटायर्ड आर्मी अफसर अपने सुझाव देने के लिए बैठक करने वाले हैं।
40 करोड़ का खर्चा
कहा जा रहा है कि इस स्कूल को बनाने में करीब 40 करोड़ का खर्चा आएगा. आरएसस को ये ज़मीन एक पूर्व सैनिक और किसान राजपल सिंह ने दान की थी। स्कूल में पढ़ने के लिए तीन मंजिला इमारत होगी, तीन मंजिला एक हॉस्टल होगा, एक डिस्पेंसरी, स्टाफ के लिए आवास और एक विशाल स्टेडियम होगा।