देहरादून (Dehradun) के रानीपोखरी स्थित चिल्ड्रन होम एकेडमी (Children Home Academy) में एक और छात्रा अभिषेक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद एकेडमी पर बाल संरक्षण आयोग ने बड़ा आरोप लगाया है. एकेडमी में लगातार हो रही बच्चों की मौत के बाद जांच करने पहुंचे बाल आयोग ने स्कूल में मानव तस्करी (Human Trafficking) की आशंका जताई है.
देहरादून: देहरादून (Dehradun) के रानीपोखरी स्थित चिल्ड्रन होम एकेडमी (Children Home Academy) में एक और छात्रा अभिषेक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद एकेडमी पर बाल संरक्षण आयोग ने बड़ा आरोप लगाया है. एकेडमी में लगातार हो रही बच्चों की मौत के बाद जांच करने पहुंचे बाल आयोग ने स्कूल में मानव तस्करी (Human Trafficking) की आशंका जताई है.
आयोग की टीम को इस बात का भी शक है कि पहले भी कई बच्चों को उनकी मौत के बाद हॉस्टल के बगल में ही दफना दिया गया है. आयोग ने ये जांच सोमवार (23 सितंबर) को 8वीं कक्षा के एक छात्र की मौत के बाद शुरू की थी. मामले को संगीन होता देखकर जब बाल आयोग की टीम यहां पहुंची तो आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने बच्चों की मौत के मामले में स्कूल पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.
बाल आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी स्कूल पर धर्मांतरण की आशंका जाहिर की है. उन्होंने स्कूल पर धर्मांतरण की आशंका जाहिर की है और हॉस्टल के ठीक बगल में बने कब्रिस्तान पर भी सवाल उठाए हैं.
आपको बता दें कि करीब 6 महीने पहले वासु यादव की हत्या के बाद एकेडमी में ये दूसरी घटना है. इस घटना के बाद राज्य सरकार ने स्कूल प्रबंधन की एनओसी रद्द कर दी थी और सीबीएसई ने भी मान्यता खत्म कर दी थी.
सोमवार को मृतक अभिषेक रविदास कक्षा 8 का छात्र है, जो पंजाब का रहने वाला था. छात्र की मौत स्कूल प्रबंधन डेंगू से बता रहा है. मामला का खुलासा तब हुआ जब स्थानीय लोगों ने बाल आयोग से इस मौत का जिक्र किया. वासु यादव की हत्या के बाद जब पुलिस ने मामले को दबाने का प्रयास किया तब बाल आयोग के हस्तक्षेप के बाद मामले में दोबारा पोस्टमार्टम हुआ और सच्चाई सामने आई थी.