किसी भी व्यंजन में एक चुटकी काली मिर्च (Black Pepper) डालने से सिर्फ उसका स्वाद ही नहीं बढ़ता बल्कि उसमें कई अच्छाइयां बढ़ जाती हैं। मसालों में राजा है काली मिर्च। नियमित रूप से भोजन में काली मिर्च का इस्तेमाल करने से कई आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिलते हैं। जैसे-नियंत्रित वजन, बेहतर पाचन, खांसी जुकाम से राहत, रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास इत्यादि। बारिश के मौसम में तो इंफेक्शन और बरसाती कीड़ो से होने वाली समस्याओं से लड़ने में मदद करते हैं इसके एंटीबैक्टीरियल गुण। भारतीय भोजन का स्वाद बढ़ाने वाले खास मसालों में काली मिर्च को शामिल किया जाता है। इसे कूटकर चाय में भी मिला सकते हैं जो न सिर्फ चाय का फ्लेवर बढ़ाती है बल्कि रोग मुक्त बनाए रखने में भी सहायक होती है।
काली मिर्च में कई पोषक तत्व और मिनरल्स भी पाए जाते हैं। जैसे- विटामिन C, विटामिन K, विटामिन B6, मैगनीज, कॉपर, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन और पोटैशियम के साथ-साथ इसमें राइबोफ्लेविन भी पाया जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें सामान्य मात्रा में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट भी होता है।
1# वजन कम करने में
काली मिर्च फैट कोशिकाओं (Fat Cells) को तोड़ने में मदद करती हैं। अतः यदि आप प्राकृतिक रूप से अपना वजन नियंत्रित करना चाहते हैं तो भोजन में काली मिर्च को अवश्य शामिल करें। जब फैट की कोशिकाएं छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित हो जाती हैं तो एंजाइम के द्वारा इन्हें समाप्त करना आसान हो जाता है और यह कोशिकाएं हमारे शरीर में स्थापित नहीं हो पाती जिससे हमारा वजन नहीं बढ़ता।
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2# एंटीबैक्टीरियल गुण
काली मिर्च का एंटीबैक्टीरियल गुण (Antibacterial property) संक्रमण और कीड़ों के काटने से बचाव करता है। यह हमारी धमनियों को भी साफ करने का कार्य करता है। इसके अतिरिक्त यह हमारे शरीर से कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करती हैं। नियमित रूप से काली मिर्च के सेवन से हार्ट अटैक का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
3# एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
काली मिर्च में मौजूद एंटीआक्सीडेंट हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स के द्वारा हुई टूट-फूट की मरम्मत करने में मदद करता है और इसके साथ ही हमें कैंसर और अन्य कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से भी बचाता है। काली मिर्च का नियमित सेवन हमारे शरीर में एजिंग (Aging) की प्रक्रिया को भी धीमा करके हमारी शरीर से झुर्रियां और बढ़ती उम्र के निशानों को कम करने में मदद करता है।ये हमें जवां बनाए रखती हैं।
4# बेहतर पाचन
काली मिर्च के सेवन से हमारे शरीर में हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्सर्जन बढ़ जाता है। जो हमारे पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। सही ढंग से पाचन होने से हमें डायरिया, कॉन्स्टिपेशन आदि नहीं होता। इसके अतिरिक्त काली मिर्च गैस की समस्या को भी नहीं पैदा होने देती। काली मिर्च के सेवन से हमारे शरीर से विषैले पदार्थ पसीने और पेशाब के रुप में बाहर निकलते हैं।