नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार 25 जनवरी को आसियान (ASEAN) देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात करेंगे।10 आसियान देशों थाईलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, म्यांमार, कंबोडिया, लोआस और ब्रूनेई के राष्ट्राध्यक्ष या उनके प्रतिनिधि आज भारत में शिरकत करेंगे। ये सभी नेतागण दिल्ली में होने वाले आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
दो दिवसीय यह सम्मेलन 25 जनवरी से शुरू होकर 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड व कार्यक्रम के साथ समाप्त होगा। आज सभी देशों से आए नेतागण भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता में हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में वार्ता का मुख्य मुद्दा आतंकवाद से सुरक्षा और देशों के बीच अच्छे संबंध स्थापित करना होगा।
यह सम्मेलन भारत के लिए एक ऐसा मौका होगा जिसमें भारत अपने आप को एक शक्तिशाली मित्र के तौर पर प्रस्तुत कर सकेगा। इस सम्मेलन की थीम ‘समुद्री सहकारी और सुरक्षा’ (Maritime Cooperation and Security’) है। इस विषय पर सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत के साथ स्वतंत्रता पूर्वक वार्ता करेंगे। सभी 10 देशों के राष्ट्राध्यक्ष गणतंत्र दिवस के मौके पर बतौर अतिथि उपस्थित होंगे।
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इन नेताओं की उपस्थिति गणतंत्र दिवस समारोह को खास बना देगी क्योंकि ऐसा पहली बार होगा जब इस समारोह में 10 देशों के प्रतिनिधि एक साथ शामिल होंगे। थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रायुत चान ओ चा, म्यानमार की सर्वोच्च नेता आंग सान सू की, ब्रुनेई के सुल्तान हसन-अल-बोलकिया, कंबोडिया के प्रधानमंत्री होम सेन, इंडोनेशिया के राष्ट्राध्यक्ष जोको विडोडो, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक, वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुयेन शुयान फुक, लाओस के प्रधान-मंत्री थॉन्गलॉन सिसोलिथ और फिलीपींस के राष्ट्रपति ड्रिगो दुतेर्ते इस सम्मेलन में उपस्थित होंगे।
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सभी नेताओं को भारत की ओर से गणतंत्र दिवस के मौके पर उपस्थित होने के लिए आमंत्रण भेजा गया था। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने हाल ही में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भी हिस्सा लिया था।