बाद में इलाज के दौरान हरीश की मौत हो गई. हरीश की मौत के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग की गई. जिसके चलते प्रदर्शन भी किया गया
अलवर: भिवाड़ी के झिवाणा में हरीश जाटव मॉब लिंचिंग मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह और पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख समेत अन्य अधिकारियों को तलब किया है. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग द्वारा पुलिस और प्रशासन अधिकारियों से मामले में अब तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी गई है. जानकारी के मुताबिक एसपी कलेक्टर के अलावा आयोग ने संभागीय आयुक्त और रेंज आईजी को भी बुलाया है.
वहीं, मामले में पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने कहा है कि उन्हें एससी आयोग द्वारा पहले ही पत्र मिल गया था, जिसके चलते उन्हें मंगलवार को दिल्ली बुलाया गया है. आपको बता दें, 16 जुलाई को हरीश जाटव की फालसा गांव में महिला से मोटरसाइकिल टकरा गई थी. जिसके चलते वहां मौजूद लोगों ने हरीश की पिटाई कर दी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
बाद में इलाज के दौरान हरीश की मौत हो गई. हरीश की मौत के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग की गई. जिसके चलते प्रदर्शन भी किया गया. पुलिस महानिरीक्षक के निर्देश के बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया. जुलाई में हरीश की मौत के एक महीने बाद 15 अगस्त को उसके पिता रतीराम जाटव ने विषाक्त पदार्थ खा लिया जिससे उनकी मौत हो गई.
मामले में परिजनों द्वारा आरोप लगाया गया था कि आरोपी परिवार को धमकी देते थे. रतीराम की मौत के बाद के बाद यह मामला काफी गर्मा गया. रतीराम के परिजन और ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव का पोस्टमार्टम न कराने पर अड़ गए थे. हालांकि, समझौता वार्ता के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराया था.
Source: Zee News