छात्रों का कहना है कि अनुच्छेद 370 के हटाए जाने से फायदे हो सकते हैं, हमें कब से विकास नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि हम आम लोगों को आगे जाने का मौका नहीं मिलता है.
किश्तवाड़ः जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर के युवाओं से जब मीडिया से बात की तो उन्होंने इस पर कई सवाल किए. छात्रों के सवाल अपने भविष्य को लेकर थे. अपनी पढ़ाई लिखाई को लेकर चिंतित इन छात्रों को कहना है कि क्या अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद घाटी में क्वालिटी एजुकेशन मिलेगी? क्या वहां मेडिकल और इंजीनियरिग की पढ़ाई होगी. छात्रों का कहना है कि यहां कोई इंजिनियरिंग या मेडिकल कॉलेज नहीं है. यहां कोई गाइड करने वाला भी नहीं है, कोई कोचिंग सेंटर नहीं है, जम्मू में है. छात्रों का कहना है कि अनुच्छेद 370 के हटाए जाने से फायदे हो सकते हैं, हमें कब से विकास नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि हम आम लोगों को आगे जाने का मौका नहीं मिलता है.
छात्र सागर का कहना है, ‘अभी तक फिलहाल हालात उतने कठिन भी नहीं है, नार्मल भी नहीं है. लोग 370 को इतना नहीं समझते हैं ,उनके दिमाग में ख्याल है की जॉब नहीं मिलेगी. क्योंकि बेरोजगारी एक मुद्दा है युवाओं का कि अब शायद जॉब नहीं मिल पायेगी. मेरे अनुसार ये सही नहीं है. यहां अब प्राइवेट सेक्टर आएगा जॉब मिल सकती है दूसरे अलग स्टेट की तरह. एजुकेशन सुधरेगी, अगर अच्छा एग्रीकल्चर सिस्टम होता तो खेती, सेब, सब अच्छे होते…
..आने वाले समय में सब सुधरेगा,विकास होगा, इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बढ़ेगा. जैसे सऊदी अपना आयल एक्सपोर्ट करता हैं, वैसे ही हम भी करेंगे तो इकॉनमी में सुधर होगा. विकास होगा यह सही बात है, एजुकेशन सुधरेगी. उससे सुधार आएगा.’राणा सुबीर का कहना है, ‘कश्मीर में अभी हालात सुधरने में समय लगेगा, क्योंकि कई लोगों को समझ ही नहीं आ रहा है. 370 के जाने से सुधार होगा. बड़ी कम्पनी आएंगी तो जॉब मिल सकती है. टैलेंटेड लोगों को मौका मिलेगा. अभी हालात थोड़े बंद है. जब लोग समझेंगे तो उम्मीद है अच्छा ही होगा. दिल्ली पूरा मुल्क चलाती है तो वो कश्मीर के बारे में ऐसा वैसा नहीं सोचेंगे. हमारे निवेदन है करप्शन यहां खत्म हो. उसमे 5 साल तो लगेंगे तो देखना बनता है. अच्छा ही होगा. 2000 से पहले लोगों ने बहुत दहशतगर्दी देखी है तो वो ही डर है.’
बिजनेसमैन आमिर का कहना है, ‘मैं सरकार से कहूंगा, निवेदन करूंगा यहां करप्शन बहुत है. एक चपरासी भी यहां 100-50 रुपये लेगा ही. यहां जॉब की कमी है. यहां की सरकार के लोग अपने लोगों को ही जॉब देते थे. डिजर्विंग लोगों को जॉब नहीं मिलती थी, जिसकी वजह से पत्थरबाजी, ड्रग्स की लत्त में लोग पड़ गई . अब सरकार को यहाँ ध्यान रखना चाहिए. अब 370 हटी है तो ये मुमकिन है, अब RTI यहां लागू होगा. जैसे पहले हम बात नहीं कर सकते थे अब सबको हक़ है. नागरिक यहां का सब इनफार्मेशन ले सकता है जो काम चल रहा है.
एक अन्य छात्र ने कहा, ‘अब तक वो ही चल रहा है, 6 बजे उठकर शाम तक काम करके पहले की तरह अभी आते हैं. कुछ नहीं है, कोई आर्मी या पुलिस ने कोई तंग नहीं किया. किसी के साथ कोई जुल्म नहीं हुआ है. ऐसा कुछ नहीं, सब झूठ है. 370 के बारे में मुझे पता ही नहीं है.’
दूसरे छात्र ने कहा, ‘देखते हैं कि मोदी जी उम्मीदों पर कितना खरा उतरते है. अनुसूचित जनजाति (ST) वालों को आरक्षण मिलना चाहिए. पहाड़ी रिजर्वेशन मिलना चाहिए. यहां की राजनीती की वजह से यहां पर बहुत करप्शन है. अब इन परिवारों की नाक कटेगी. इन्होने लोगों को पढ़ने नहीं दिया अब विकास होगा. हमारे प्रधानमंत्री कमिटेड आदमी है, उम्मीद है वह कुछ करेंगे. कुछ अभी भी लोग नाराज़ है. जो नाराज़ नहीं है फोन बंद होने से उनका नुकसान हो रहा है. हालांकि इससे अफवाहों लगाम जरूर लगेगी.