लोकसभा में सवालों के जरिये सरकार को कटघरे में खड़ा करने का भारतीय जनता पार्टी सदस्य राजीव प्रताप रुडी का प्रयास आज भी जारी रहा, जबकि पार्टी की ही हेमा मालिनी ने भी ब्रज क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए पर्याप्त काम नहीं होने की बात कहकर रुडी के सुर में सुर मिलाया।
सदन में पूरक प्रश्न के दौरान लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इको-टूरिज्म के क्षेत्र में बिहार की अनदेखी किये जाने का सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एशिया के सबसे बड़े पशु मेला सोनपुर और अपने संसदीय क्षेत्र सारण में गंगा, गंडक और घाघरा के संगम स्थल पर डॉल्फिन की बहुतायत वाले क्षेत्र को इको-टूरिज्म के रूप में विकसित करने के लिए पिछले तीन साल में कई पत्राचार किये जाने के बाद अब तक कुछ भी नहीं किया गया है।
उन्होंने अपने आरोप के समर्थन में उन पत्राचारों की प्रतियां भी सदन में लहरायी और अध्यक्ष ओम बिरला से कहा कि यदि वह चाहते हैं तो ये प्रतियां वह उन्हें या सरकार को सौंप सकते हैं। सरकार की ओर से पर्यटन राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने उन्हें जो जवाब दिया, उससे वह संतुष्ट नजर नहीं आये और उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों के कामकाज को लेकर नाराजगी भी जतायी। इस पर प्रह्लाद पटेल ने कहा कि बिहार सरकार ने इसके लिए कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है।
उनके इस तेवर से विपक्षी सदस्यों में खुशी की लहर महसूस की गयी। जब अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद रुडी बैठ गये तो विपक्षी सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका अभिवादन किया। गौरतलब है कि इस सत्र के शुरू से ही रुडी सरकार को विभिन्न मसलों पर घेरने का प्रयास कर रहे हैं। उसके तुरंत बाद हेमा मालिनी ने भी अपने पूरक प्रश्न में अपने संसदीय क्षेत्र मथुरा में कृष्णा सर्किट के तहत अपर्याप्त काम होने की बात कहकर सरकार को असहज स्थिति में ला दिया। हेमा मालिनी ने कहा कि कृष्णा सर्किट के तहत मथुरा, वृंदावन, नंद गांव, गोवर्धन और बरसाना को विकसित करने की योजना पर पिछले पांच साल में बहुत काम नहीं हुआ है। उनकी इस बात पर विपक्षी सदस्यों के चेहरे एक बार फिर खिल उठे। बाद में पटेल ने माना कि संबंधित सर्किट में हुए कामकाज की समीक्षा चल रही है, इसलिए काम रुका है।