जीवित रहने के लिए आवश्यक तत्वों में से एक है पानी। पानी पीने के फायदों के बारे में तो आप सब जानते ही होंगे। दिन की शुरुआत यदि पानी से की जाए तो यह हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है। पानी हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त यह पाचन में भी सहायता करता है। हमें प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए। अक्सर हम पानी पीने के तरीकों में भूल कर बैठते हैं जिससे हमें कई दुष्परिणाम प्राप्त होते हैं। आपने कई बार देखा होगा कि कुछ लोग खड़े होकर पानी पीते (Drinking Water While Standing) हैं। खड़े होकर पानी पीने के कई नुकसान हो सकते हैं।जैसे
हो सकता है आर्थराइटिस
खड़े होकर पानी पीने से आर्थराइटिस (Arthritis) की समस्या उत्पन्न हो सकती है। खड़े होकर पानी पीने से घुटनों पर जोर पड़ता है और घुटने कमजोर हो सकते हैं। जिससे भविष्य में अर्थराइटिस होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
किडनी की बीमारियां
खड़े होकर पानी पीने से पानी तेजी से किडनी के माध्यम से होकर गुजरता है ऐसे में वह पूर्ण रुप से छन नहीं पाता और इसका परिणाम यह होता है कि मूत्राशय या रक्त में गंदगी इकट्ठा हो जाती है। परिणाम स्वरुप मूत्राशय, किडनी और दिल की बीमारियां पैदा हो जाती हैं।
पाचन तंत्र में गड़बड़ी
खड़े होकर पानी पीने से यह आसानी से खाद्य नली में जाकर पेट के निचले हिस्से में गिरता है जिससे पेट की दीवार और आसपास के अंगों को नुकसान पहुंच सकता है। लगातार ऐसा होने से पाचन तंत्र (Digestive system) में गड़बड़ी आ जाती है और कई बार तो किडनी की समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती हैं।
गठिया की बीमारी
खड़े होकर पानी पीने से शरीर में पानी और अन्य तरल पदार्थों का संतुलन बिगड़ जाता है जिसके कारण जोड़ों में आवश्यक तरल पदार्थ कम हो जाते हैं। परिणामस्वरुप जोड़ों में दर्द और गठिया जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है।
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प्यास न बुझना
Image Courtesy-google
यदि आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो आपने यह महसूस किया होगा कि आप की प्यास पूरी तरह से बुझ नहीं पाती और आपको बार-बार पानी पीने की इच्छा उत्पन्न होती है। इसलिए बेहतर होगा कि यदि आप बैठकर छोटे-छोटे घूट लेकर पानी पिए ताकि आप की प्यास आसानी से बुझ सकें और आपको बार बार प्यास न लगे।