जंक फूड (Junk Food) ऐसे खाद्य पदार्थों को कहते हैं जो अत्यधिक कैलोरी युक्त और पोषक तत्वों से मुक्त होते हैं। केक, चिप्स, कूकीज़, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज, फ्राइड फूड, हॉट डॉग्स, आइसक्रीम, पिज़्ज़ा, पैन केक्स, प्रोसेस्ड ब्रेड, प्रोसेस्ड वेजिटेबल, ऑयल, सुगरी सीरियल और सॉफ्ट ड्रिंक जंक फूड के कुछ उदाहरण हैं। पिछले कुछ दशकों में अमेरिका में जंक फूड और फास्ट फूड (Junk Food & Fast Food) का उपयोग काफी बढ़ गया है। लोग अपनी व्यस्त जिंदगी में इस प्रकार के आसानी से मिलने वाले खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करने लगे हैं। जिसके कारण अमेरिका सहित अन्य देशों में भी कई क्रॉनिक डिसीसेस बढ़ती जा रही हैं।आइए जानते हैं कि जंक फूड खाने के क्या क्या परिणाम होते हैं।
Fast foods and processed foods have increased childhood obesity, heart disease and diabetes and other chronic diseases.
1# मोटापा (Obesity)
मोटापा बढ़ने के पीछे जंक फूड की बड़ी भूमिका है। शोधकर्ता अमेरिका में 2050 तक मोटापे का प्रतिशत 42 % तक पहुंचने की संभावना बताते हैं। बच्चे जो नियमित रूप से अपने डाइट में फास्ट फूड और जंक फूड का सेवन करते हैं वास्तव में वे पोषक तत्वों के बजाय कार्बोहाइड्रेट, फैट और शुगर से भरपूर भोजन ग्रहण करते हैं। इन खाद्य पदार्थों से उन्हें प्रतिदिन 187 अतिरिक्त कैलोरी मिलती है। जिसके कारण वे धीरे-धीरे मोटापे का शिकार हो जाते हैं और शारीरिक रूप से अस्वस्थ हो जाते हैं।
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2# मधुमेह (Diabetes)
जब आप सॉफ्ट ड्रिंक, वाइट फ्लोर आदि के रूप में प्रोसेस्ड शुगर का सेवन करते हैं तो यह सभी खाद्य पदार्थ शरीर में इंसुलिन के स्तर को ऊपर उठा देते हैं। भोजन में फाइबर और अन्य न्यूट्रिएंट्स की कमी के कारण शरीर में सही प्रकार से कार्बोहाइड्रेट का विघटन नहीं हो पाता जिसके कारण इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है।
जंक फूड इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है जिसके कारण मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज होने की अधिक संभावना हो जाती है।
3# अवसाद या डिप्रेशन (Depression)
जंक फूड का सेवन किशोरों में डिप्रेशन को जन्म देता है। किशोरावस्था में युवा हार्मोन में होने वाले बदलाव के कारण कई तरह की समस्याओं से जूझते हैं। शरीर के साथ-साथ उनके व्यवहार में भी बदलाव आता है। ऐसी अवस्था में स्वास्थ्यवर्धक भोजन उनके विकास में मदद करता है। यदि ऐसी अवस्था में बच्चे जंक फूड और फास्ट फूड का सेवन करेंगे तो उनमें अवसाद होने की संभावना 58% तक बढ़ जाती है।
4# पोषक तत्वों में कमी (Nutrient Deficiency)
जंक फूड और फास्ट फूड के सेवन से शरीर में विटामिन, मिनरल और फाइबर जैसे पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। जो बच्चे अपने भोजन में जंक फूड और फास्ट फूड का सेवन करते हैं, उनकी एनर्जी में भी हमेशा कमी रहती है। उनके व्यवहार से लेकर उनकी पढ़ाई तक भी प्रभावित हो जाती हैं।
5# सोडियम (Sodium level)
Image Courtesy-google
सोडियम के उच्च स्तर के कारण जंक फूड स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह होते हैं। सोडियम का यह उच्च स्तर शरीर में हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज को उत्पन्न करता है। हार्ट के साथ साथ यह लिवर और किडनी को भी प्रभावित करता है।