नई दिल्ली; फिलीपींस की राजधानी मनीला में 31वें आसियान सम्मेलन के दौरान सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने दोनो देशों के बीच संवेदनशील सुरक्षा मामलों को लेकर सहयोग देने की व्यापक समीक्षा की और कहा कि दोनों देश एशिया और मानवता के लिए एक साथ मिलकर एक दूसरे का सहयोग करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध बहुत तेजी से गहरे हो रहे हैं।
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PM मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अन्य नेताओं से भी मुलाकात की जिनमें ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल, न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जेसिन्दा अर्ड्र्न और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदिरा गाँधी के बाद भारत के दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने मनीला की तीन दिवसीय यात्रा की और आसियान समिट और ईस्ट एशिया समिट में उपस्थित हुए।
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सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनीला के पास स्थित इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टिट्यूट(IRRI) का दौरा किया और यहां की लेबोरेटरी जो उनके नाम पर बनी है का भी शुभारंभ किया|यह लैब अनाज व धान की गुणवत्ता विकसित करने के लिए कार्यरत है| इस लैब को नरेंद्र मोदी रेजिलियंट राइस फील्ड लेबोरेटरी नाम दिया गया। इसका एक केंद्र जल्द ही वाराणसी में खुलने वाला है।
इस बार के आसियान सम्मेलन ने अपनी खास पहचान बनाई है क्योंकि इस बार के आशियान के शुभारंभ के मौके पर रामायण का मंचन हुआ जिसे कंबोडिया, थाईलैंड, फिलीपींस और अन्य देशों ने अपने अपने अंदाज में प्रस्तुत किया।
आसियान (एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस )10 देशों का समूह है जिसमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया लाओस, मलेशिया, म्यानमार फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम सम्मिलित है। यह ऑर्गनाइजेशन थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में 1967 को बनाया गया था। उस समय इसमें पांच देश थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस और सिंगापुर सम्मिलित थे।